महालत पक्षी संपूर्ण भारतवर्ष में पाया जाता है|इस पक्षी का स्थानीय नाम टकाचोर भी है... जो बहुत विचार पूर्वक रखा गया है...| महालत महोदय को चोरी में महारत हासिल है... जैसे ही छोटे बड़े पक्षी सुबह अपने घर से निकलते हैं दाना पानी प्रवास के लिए यह उनके घर में सेंधमारी कर देता है... भोजन छीन लेता है.. चुरा लेता है.... भोजन को छुपाने में भी माहिर है| आखिर यह कौवे के परिवार से जो आता है...| जो आदत कौवे की है वहीं इसकी है... या यूं कहे कौवे से भी बढ़कर है | खाने में सर्वाहारी है |वेज नॉनवेज सब कुछ हजम है... एकदम ताजा मरे हुए पशु का मांस बहुत प्रिय है इसको| यह पक्षी मीठी करकस भयानक अनेक तरीका की आवाज निकालने में माहिर है... पूरा दिन इसका ताका झांकी में ही जाता है.... आम के पेड़ व विशाल वृक्षों पर घोंसला बनाता है चटाई युक्त... इसका घोसला गहरा नहीं होता टू डाइमेंशनल होता है बेतरतीब| नर और मादा पक्षी को आप दोनों हाथ में लेकर भी नहीं पहचान सकते दोनों एकदम हूबहू होते हैं
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